वीर भूमि के रूप में अपनी खास पहचान रखने वाले राजस्थान में तीर्थों व दर्शनीय स्थलों की कमी नहीं हैं। इसका एक-एक स्थान अपनी एक अलग ही छटा बिखेरता हैं। इन्हीं में से एक हैं मरू भूमि की हृदय रेखा कही जाने वाली अरावली पर्वतमाला के पश्चिम में सुंधा पर्वत पर आबाद श्री सुंधा माता तीर्थ स्थल। जालोर जिले की भीनमाल तहसील अंतर्गत जसवन्तपुरा पंचायत समिति परिक्षेत्र में आबाद यह ऐतिहासिक व प्राचीन तीर्थ चामुण्डा माता का पावन मंदिर तो हैं ही, एक अति-विशिष्ट दर्शनीय स्थल के रूप में भी इसकी अपनी राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खास पहचान हैं। इसकी प्राकृतिक छटा, मनोरम वातावरण, पहाडिय़ों पर बिखरी हरियाली, कल-कल बहते झरने और बन्दरों का उछलना-कूदना.. सब कुछ एक अलग ही तस्वीर बयां करते हैं। सुंधा तीर्थ के रूप में विख्यात चामुण्डा माता के दर्शनार्थ यहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचते हैं। अब तो विदेशी भी यहां पहुंचने लगे हैं.